2025 का बवाल: चीन की चाल, क्रूड की मार और सोने-चांदी का असर


2025 का नया बवाल: चीन, क्रूड ऑयल और मेटल्स की तिकड़ी

चीन की चाल और ट्रेड वॉर का असर

भाई चीन ने फिर वो किया, जो हमेशा करता है – चालबाज़ी! इस बार अमेरिका पर 34% टैरिफ ठोक कर दुनिया के बाजार में हलचल मचा दी। ये टैरिफ सीधा अमरीकी माल पर लगा, जिससे वर्ल्ड ट्रेड में टेंशन बढ़ गई। जब भी दो बड़ी ताकतें आपस में टकराती हैं, तो पूरी दुनिया के बाजार कांप जाते हैं। चीन का ये कदम 2025 के सबसे बड़े आर्थिक फैसलों में गिना जा रहा है। इससे निवेशकों की हालत खराब हो गई और उन्होंने सेफ हेवन जैसे गोल्ड की ओर दौड़ लगाई। भाई अब जब मंडी का माहौल बन जाए तो सोना ही सबसे मजबूत मोहरा बनता है। ये झगड़ा केवल दो देशों का नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का कारण बन गया है। और इसकी शुरुआत बस एक टैरिफ से हुई!

क्रूड ऑयल की कीमतों में बवाल

अब जब चीन और अमेरिका की लड़ाई बढ़ी, तो क्रूड ऑयल की कीमतों को भी झटका लगा। 8% की गिरावट – सीधा असर! भाई सोचो, क्रूड जो पहले से ही 90 डॉलर के आस-पास घूम रहा था, अब और गिरने लगा। ये गिरावट पिछले चार सालों की सबसे बड़ी मानी जा रही है। क्रूड के रेट गिरने का मतलब है कि तेल कंपनियों को नुकसान, सरकार की कमाई पर असर और आम आदमी के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में उम्मीद की राहत। लेकिन भाई बात इतनी सीधी नहीं है। जब क्रूड गिरता है तो ओपेक देश प्रोडक्शन घटा देते हैं और फिर से रेट बढ़ाने की जुगत लगाते हैं। तो ये जो गिरावट दिख रही है, वो हो सकता है ज्यादा देर न टिके। इसलिए इस मौके पर नजर बनाये रखना जरूरी है, खासकर गोल्ड-सिल्वर ट्रेड करने वालों के लिए।

गोल्ड-सिल्वर पे असर – चमक और मात

जैसे ही क्रूड गिरा और टेंशन बढ़ी, सोना चमक गया! गोल्ड की डिमांड में तेजी से उछाल आया और इसके रेट दिन पर दिन बढ़ते दिखे। 2025 की पहली तिमाही में सोना लगभग ₹1,000 प्रति 10 ग्राम महंगा हो चुका है। दूसरी तरफ, चांदी थोड़ी फिसली है क्योंकि उसका इस्तेमाल ज्यादा इंडस्ट्रियल होता है। मंदी की आहट से फैक्ट्रियों में खर्च घटने लगे हैं और चांदी की खपत घटती दिख रही है। इसीलिए गोल्ड शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों में अच्छा परफॉर्म कर रहा है। भाई लोग, यही समय है जब आपको समझदारी से इन्वेस्टमेंट करना चाहिए। सोने में जो लोग पहले से थे, वो तो कमाल काट गए, लेकिन अब भी मौका है।

आम जनता पर सीधा असर

भाई सियासत के खेल का सबसे ज्यादा खामियाजा आम आदमी को ही भुगतना पड़ता है। क्रूड के रेट गिरे तो एक उम्मीद जगी कि अब पेट्रोल-डीजल सस्ता होगा, पर सरकार टैक्स बढ़ा दे तो फायदा मिलता नहीं। दूसरी तरफ, महंगाई लगातार बढ़ रही है – सब्ज़ी, दाल, तेल, हर चीज़ की कीमतें ऊपर जा रही हैं। निवेशक परेशान हैं कि कहाँ पैसा लगाएं। गोल्ड महंगा हो गया है और चांदी का भविष्य अभी साफ़ नहीं है। छोटे व्यापारी डर में हैं, क्योंकि मेटल्स में तेजी से उतार-चढ़ाव हो रहा है। जो EMI पे घर या कार ले रखा है, उसके लिए भी मुश्किल बढ़ी है क्योंकि ब्याज दरों पर भी असर पड़ सकता है। कुल मिलाकर आम जनता के लिए ये दौर बहुत सोच-समझकर चलने का है।

Shivam90 की देसी राय:

भाई देखो, दुनिया की राजनीति अब बिज़नेस का रिमोट बन चुकी है। जब अमेरिका-चीन भिड़ते हैं, तो असर इंडिया तक आता है। क्रूड गिरा है, सोना चढ़ा है, चांदी फिसली है – मतलब हर चीज़ का कनेक्शन है। मेरी राय में अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हो तो सोना अभी भी एक बेस्ट ऑप्शन है। लेकिन अगर शॉर्ट टर्म का सोच रहे हो, तो रुक जाओ – और चांदी पर नज़र रखो। जब सब डरते हैं, तब मौका बनता है। शिवम90 की यही सलाह है – खबरों पे नजर रखो, घबराओ मत, और समझदारी से काम लो। और भाई, रोज़ का ताज़ा अपडेट चाहिए तो Shivam90.in पर आओ – यहां सच्ची, देसी और कमाई वाली बात होती है!


लेखक: Shivam90 | www.shivam90.in

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