गाजा में 'आग' और 'आंसू': इजराइल-हमास संघर्ष ने मचाई मानवीय तबाही!
मेरे भाई, गाजा पट्टी में जो कुछ हो रहा है, वो सुनकर कलेजा मुंह को आता है। इजराइल और हमास के बीच का जो पुराना झगड़ा है, उसने अब एक भयानक मानवीय संकट खड़ा कर दिया है। चारों तरफ बम-बारूद की आवाजें हैं, और मासूम लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं।
क्यों नहीं थम रही 'खून की होली'?
इजराइल कहता है कि वो हमास के ठिकानों को निशाना बना रहा है, क्योंकि हमास इजराइल पर रॉकेट दागता है। वहीं, हमास कहता है कि वो गाजा के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ रहा है, जो सालों से इजराइल की नाकेबंदी झेल रहे हैं। इस 'कौन सही, कौन गलत' के चक्कर में पिस रहे हैं गाजा के आम नागरिक, जिनमें बच्चे, औरतें और बूढ़े भी शामिल हैं।
इंसानियत हुई 'तार-तार': कैसी है मानवीय स्थिति?
गाजा में हालात इतने खराब हैं कि क्या बताएं। लोगों के पास पीने का साफ पानी नहीं है, खाने को पेट भर अनाज नहीं है, और इलाज के लिए अस्पताल भी पूरी तरह से भरे पड़े हैं। बिजली गुल रहती है, जिससे जिंदगी और भी मुश्किल हो गई है। ऊपर से लगातार बमबारी का डर लोगों को हर पल सताता रहता है।
अंतर्राष्ट्रीय संगठन भी गाजा में मानवीय संकट की भयावह तस्वीर दिखा रहे हैं। उनके मुताबिक, हजारों लोग बेघर हो गए हैं, और लाखों लोगों को बुनियादी ज़रूरतों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। दवाइयाँ और मेडिकल सप्लाई भी धीरे-धीरे खत्म हो रही हैं, जिससे घायलों का इलाज करना मुश्किल हो रहा है।
क्या खुलेगी 'मदद की खिड़की'?
दुनिया भर से गाजा के लोगों के लिए मदद की गुहार लगाई जा रही है। कई देश और संगठन राहत सामग्री भेजने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन नाकेबंदी और सुरक्षा कारणों से मदद पहुँचाना बहुत मुश्किल हो रहा है। अगर जल्द ही कोई रास्ता नहीं निकला, तो गाजा में मानवीय त्रासदी और भी गंभीर हो सकती है।
कब रुकेगा ये 'अंधेरा'?
गाजा में जो हो रहा है, वो किसी भी इंसान को दुखी कर सकता है। एक तरफ बम-बारूद है, दूसरी तरफ भूख और बीमारी से जूझते मासूम लोग। कब ये हिंसा रुकेगी और कब गाजा के लोगों को शांति और सुकून मिलेगा, ये कहना मुश्किल है। लेकिन हम सबको मिलकर यही दुआ करनी चाहिए कि जल्द ही कोई ऐसा रास्ता निकले जिससे इस 'अंधेरे' को खत्म किया जा सके और गाजा में फिर से 'रोशनी' आ सके।
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